Bihar Inter-Caste Marriage Scheme: जातीय भेदभाव मिटाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
समाज में जातीय भेदभाव एक बड़ी चुनौती रही है, जो सामाजिक समरसता और समानता के मार्ग में बाधा उत्पन्न करती है। हालांकि, समय के साथ लोगों की सोच में बदलाव आया है, और कई लोग जातिगत मतभेदों को दरकिनार कर समानता की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अंतरजातीय विवाह (Inter-Caste Marriage) इसी सोच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है। भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें इस सामाजिक बदलाव को समर्थन देने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। बिहार सरकार भी इस दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और राज्य में अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजना चला रही है।
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme का मुख्य उद्देश्य जातिगत भेदभाव को कम करना और समाज में समानता को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, यदि कोई व्यक्ति जातीय बंधनों से ऊपर उठकर अंतरजातीय विवाह करता है, तो उसे सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाती है। यह प्रोत्साहन राशि उन जोड़ों को वित्तीय स्थिरता प्रदान करने में मदद करती है, जो पारिवारिक या सामाजिक दबावों के कारण आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं। इसके अलावा, इस योजना के माध्यम से समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है, जिससे अधिक से अधिक लोग जाति आधारित मतभेदों को भूलकर सामाजिक समरसता की ओर कदम बढ़ा सकें।
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme के अंतर्गत सरकार द्वारा 1 लाख से लेकर 3 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। पहले इस योजना के लिए आवेदन केवल ऑफलाइन माध्यम से ही किए जा सकते थे, जिससे आवेदकों को कई प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब इसे और अधिक सुगम बनाने के लिए बिहार सरकार ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब इच्छुक जोड़े आसानी से ऑनलाइन माध्यम से इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं और सरकारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आप भी इस योजना के लाभ लेना चाहते हैं, तो ऑनलाइन आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। इस योजना का लाभ उठाकर न केवल जातिगत भेदभाव को कम किया जा सकता है, बल्कि समाज में एक नई सोच को भी बढ़ावा दिया जा सकता है, जिससे भविष्य में एक समान और समरस समाज की नींव रखी जा सके।
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme: Overviews
Post Name | Bihar Inter-Caste Marriage Scheme |
Scheme Name | बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन |
Department | समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार |
Benefits | 1 लाख से लेकर 3 लाभ रूपये तक प्रोत्साहन |
Apply Mode | Online/ Offline |
Official Website | state.bihar.gov.in/socialwelfare |
Online Start From | 2 सितंबर 2024 |
Short Info | राज्य में कई लोग ऐसे हैं जो जातिगत मतभेदों को भूलकर निचली जाति के व्यक्ति से विवाह करते हैं। ऐसी शादियों को अंतरजातीय विवाह (Inter-Caste Marriage) कहा जाता है। ऐसी शादियों का उद्देश्य जातिगत मतभेदों को भूलकर आगे बढ़ना होता है। अगर कोई व्यक्ति राज्य में अंतरजातीय विवाह करता है तो उसे सरकार की ओर से प्रोत्साहन दिया जाता है। |
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन क्या है?
यह योजना बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो जातीय भेदभाव को खत्म करने और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। Bihar Inter-Caste Marriage Scheme उन जोड़ों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जो समाज में स्थापित जातिगत रूढ़ियों को तोड़कर अंतरजातीय विवाह करते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज में जातीय समानता को बढ़ावा देना और अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करना है।
बिहार सरकार इस योजना के तहत अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों को ₹1 लाख से लेकर ₹3 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। विशेष रूप से, यदि कोई दिव्यांग व्यक्ति अंतरजातीय विवाह करता है, तो उसे अधिक सहायता राशि दी जाती है। इस योजना के तहत दी जाने वाली राशि तीन साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में रखी जाती है, जिससे विवाह करने वाले जोड़ों को आर्थिक स्थिरता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme Benefits
- आर्थिक सहायता – यह योजना नवविवाहित जोड़ों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपने नए जीवन की शुरुआत सुगमता से कर सकें।
- सामाजिक सुरक्षा – यह योजना जातिगत भेदभाव को कम करके सामाजिक एकता और समानता को बढ़ावा देती है।
- प्रोत्साहन – अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे वे सामाजिक और आर्थिक दबावों से बच सकें।
- समाज में जागरूकता – इस योजना का उद्देश्य जाति आधारित भेदभाव को कम करना और समाज में जागरूकता फैलाना है कि सभी जातियां समान हैं।
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme Eligibility Criteria

- विवाह करने वाले जोड़े में से एक व्यक्ति का अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) से संबंधित होना अनिवार्य है।
- यह विवाह दोनों व्यक्तियों के लिए पहला विवाह होना चाहिए।
- विवाह कानूनी रूप से पंजीकृत होना चाहिए और विवाह प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना आवश्यक है।
- जोड़ों में से कम से कम एक व्यक्ति का बिहार का स्थायी निवासी होना जरूरी है।
- योजना के तहत आवेदन विवाह के 1 वर्ष के भीतर किया जाना चाहिए।
- कुछ मामलों में आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता हो सकती है।
आवश्यक दस्तावेज (Documents Required)
- विवाह प्रमाणपत्र (Marriage Certificate)
- जाति प्रमाणपत्र (Caste Certificate)
- निवास प्रमाणपत्र (Residence Certificate)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- आय प्रमाणपत्र (Income Certificate) (यदि लागू हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण (Bank Account Details)
- शपथ पत्र (Affidavit)
- आवेदन फॉर्म (Application Form)
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme Apply Online?
अब इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आवेदन करने के लिए आपको बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं (लिंक नीचे दिया गया है)।
- “अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना” के लिए आवेदन लिंक पर क्लिक करें।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- रजिस्ट्रेशन के बाद आपको लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिलेगा।
- लॉगिन करके आवेदन प्रक्रिया पूरी करें और सबमिट करें।
यह योजना समाज में जातीय भेदभाव को समाप्त करने और समरसता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इच्छुक जोड़े जल्द से जल्द ऑनलाइन आवेदन करके इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
Bihar Inter-Caste Marriage Scheme: Important Links
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Frequently Asked Questions(FAQs)
1. बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना क्या है?
उत्तर: बिहार सरकार द्वारा चलाया गया यह एक सामाजिक कल्याण कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देना और जातिगत भेदभाव को कम करना है। इस योजना के तहत अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़ों को ₹1 लाख से ₹3 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।
2. इस योजना के लिए कौन पात्र है?
उत्तर:
- विवाह करने वाले जोड़े में से एक साथी का SC/ST जाति से होना अनिवार्य है।
- यह विवाह पहला विवाह होना चाहिए।
- कम से कम एक व्यक्ति बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- विवाह कानूनी रूप से पंजीकृत होना चाहिए।
- विवाह के 1 वर्ष के भीतर आवेदन करना अनिवार्य है।
3. इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
- विवाह प्रमाणपत्र
- जाति प्रमाणपत्र (SC/ST प्रमाण आवश्यक)
- निवास प्रमाणपत्र
- आधार कार्ड
- आय प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
- शपथ पत्र
4. आवेदन कैसे करें?
उत्तर:
- ऑनलाइन आवेदन: आधिकारिक वेबसाइट state.bihar.gov.in/socialwelfare पर जाएं।
- रजिस्ट्रेशन करें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- लॉगिन करें और फॉर्म सबमिट करें।
- आवेदन सफलतापूर्वक जमा होने के बाद, सरकार द्वारा सत्यापन किया जाएगा।
5. योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस योजना का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना, जातिगत भेदभाव को कम करना और अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करना है। यह नवविवाहित जोड़ों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके जीवन की बेहतर शुरुआत सुनिश्चित करता है।
निष्कर्ष
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना समाज में समानता और एकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के माध्यम से सरकार आर्थिक सहायता प्रदान करके ऐसे जोड़ों को प्रोत्साहित कर रही है, जो जातिगत सीमाओं से परे जाकर विवाह करना चाहते हैं। इच्छुक लाभार्थी इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और सरकार द्वारा दी जाने वाली ₹3 लाख तक की आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।