Bihar Parvarish Yojana 2025: बिहार में बच्चों के परिवरिश के लिए सरकार दे रही है ₹1000 प्रति माह, ऐसे करें आवेदन 

Bihar Parvarish Yojana 2025: बिहार में बच्चों के परिवरिश के लिए सरकार दे रही है ₹1000 प्रति माह, ऐसे करें आवेदन 

Bihar Parvarish Yojana Kya Hai?

बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही बिहार परवरिश योजना का उद्देश्य उन बच्चों की सहायता करना है, जो असाध्य रोगों जैसे एचआईवी/एड्स या कुष्ठ रोग (ग्रेड- II) से पीड़ित माता-पिता के बच्चे हैं। इसके अलावा, अनाथ और निराश्रित बच्चे, जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है या वे मानसिक विकलांगता से पीड़ित हैं, भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना उन बच्चों के माता-पिता या अभिभावकों को हर महीने वित्तीय सहायता प्रदान करती है ताकि वे बच्चों की बेहतर देखभाल कर सकें और उनका पालन-पोषण अच्छे से कर सकें।

Bihar Parvarish Yojana Benefits- बिहार परवरिश योजना के फायदे क्या हैं?

इस योजना के तहत, 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों को ₹1000/- की मासिक वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि सीधे उनके खाते में RTGS के माध्यम से भेजी जाती है, जो संयुक्त रूप से उनके माता-पिता के साथ खोला जाता है। यह कदम उन बच्चों की बेहतर देखभाल और पालन-पोषण के लिए है जो असाध्य रोगों से पीड़ित हैं या जिनके माता-पिता विकलांग या मृत हैं। इससे बच्चों की स्वास्थ्य, शिक्षा और सामान्य जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा।

Bihar Parvarish Yojana Eligibility- बिहार परवरिश योजना के पात्रता क्या है?

बिहार परवरिश योजना का लाभ उन्हीं बच्चों को मिलेगा जिनकी आयु 18 वर्ष से कम हो। इसके अतिरिक्त, इस योजना का लाभ पाने के लिए पालन-पोषणकर्ता परिवार को बी.पी.एल. सूची में होना चाहिए, या उनकी वार्षिक आय ₹60,000/- से कम होनी चाहिए (एचआईवी/एड्स और कुष्ठ रोग के मामलों में यह लागू नहीं है)।

Bihar Parvarish Yojana के तहत जिन बच्चों को लाभ मिलेगा, उनमें शामिल हैं:

  • अनाथ एवं निराश्रित बच्चे जो अपने नजदीकी रिश्तेदारों या रिश्तेदारों के साथ रहते हैं।
  • दीर्घकालिक रोग (एचआईवी/एड्स/कुष्ठ रोग) से पीड़ित बच्चे।
  • एचआईवी(+)/एड्स से पीड़ित माता-पिता के बच्चे या कुष्ठ रोग (ग्रेड- II) से पीड़ित माता-पिता के बच्चे।
  • ऐसे बच्चे जो माता-पिता की मृत्यु, मानसिक विकलांगता, या जेल में रहने के कारण अपने माता-पिता द्वारा पालन-पोषण में असमर्थ हैं।

Bihar Parvarish Yojana Ke Lie Apply Kaise Kare- बिहार परवरिश योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

बिहार परवरिश योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑफलाइन है। इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको पहले अपने नजदीकी आंगनबाड़ी सेविका से आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा। आवेदन पत्र में सभी आवश्यक जानकारी सही-सही भरें और आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पहचान पत्र, माता-पिता का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र, आदि संलग्न करें। इसके बाद यह आवेदन आंगनबाड़ी सेविका या बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) के पास जमा करना होगा।

अगर बच्चे को एचआईवी/एड्स जैसी बीमारी है, तो इसके लिए आवेदन फॉर्म को भरकर जिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सी.डी.पी.ओं) के कार्यालय में जमा करना होगा। आवेदन के बाद आपको एक रसीद प्राप्त होगी, जिसे आपको सुरक्षित रखना होगा। दस्तावेजों की सत्यापन के बाद, यदि आपकी आवेदन पात्र है, तो आपको योजना का लाभ प्राप्त होगा।

Bihar Parvarish Yojana 2025: योजना की मुख्य बिंदु

बिहार परवरिश योजना का उद्देश्य उन बच्चों के बेहतर पालन-पोषण के लिए सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है, जो असाध्य रोगों से पीड़ित हैं या जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। योजना के तहत, हर माह ₹1000/- की वित्तीय सहायता दी जाती है जो बच्चों के माता-पिता के साथ खोले गए संयुक्त खाते में RTGS के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है। यह योजना राज्य सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्तपोषित है और इसका लक्ष्य असहाय बच्चों की देखभाल में सहायता प्रदान करना है।

इस योजना के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि असमान परिस्थितियों में भी बच्चों का सही पालन-पोषण किया जा सके, ताकि वे जीवन में आत्मनिर्भर बन सकें और उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।

Bihar Parvarish Yojana 2025: Important Links

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Frequently Asked Questions(FAQs)

  1. Bihar Parvarish Yojana के तहत कितनी राशि दी जाती है?
    इस योजना के तहत, बिहार सरकार बच्चों के अभिभावकों को हर महीने ₹1000 की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह राशि बच्चों के माता-पिता के साथ खोले गए संयुक्त खाते में RTGS के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है। यह सहायता बच्चों के सही पालन-पोषण के लिए है, ताकि वे बेहतर जीवन जी सकें।
  2. Bihar Parvarish Yojana के लिए पात्रता क्या है?
    इस योजना का लाभ उन बच्चों को मिलेगा जिनकी आयु 18 वर्ष से कम है। लाभ पाने के लिए अभिभावक को बी.पी.एल. सूची में होना चाहिए या उनकी वार्षिक आय ₹60,000 से कम होनी चाहिए। इसके अलावा, एचआईवी/एड्स या कुष्ठ रोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चों को भी इस योजना के तहत लाभ मिलेगा।
  3. Bihar Parvarish Yojana के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
    आवेदन के लिए सबसे पहले आपको अपने नजदीकी आंगनबाड़ी सेविका से आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा। इसके बाद आपको आवेदन पत्र में सभी जानकारी सही-सही भरनी होगी और दस्तावेज़ अटैच करके सेविका के पास जमा करना होगा। यदि बच्चे को एचआईवी/एड्स जैसी बीमारी है, तो आवेदन बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के पास किया जाएगा।
  4. इस योजना का उद्देश्य क्या है?
    बिहार परवरिश योजना का मुख्य उद्देश्य असाध्य रोगों से पीड़ित बच्चों, अनाथ एवं निराश्रित बच्चों के बेहतर पालन-पोषण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना बच्चों के जीवन स्तर में सुधार लाने और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास करती है।
  5. क्या यह योजना सभी बच्चों के लिए उपलब्ध है?
    नहीं, यह योजना केवल उन बच्चों के लिए है जो असाध्य रोगों (जैसे एचआईवी/एड्स और कुष्ठ रोग) से पीड़ित माता-पिता के बच्चे हैं या जिनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा, बी.पी.एल. सूची में दर्ज परिवारों के बच्चों के लिए भी यह योजना उपलब्ध है।

Conclusions:

बिहार परवरिश योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, जो समाज के असहाय और असाध्य रोगों से पीड़ित बच्चों की मदद करती है। इसके तहत वित्तीय सहायता प्रदान कर, बच्चों के पालन-पोषण के लिए सहायता की जाती है ताकि वे एक बेहतर जीवन जी सकें। यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो पात्रता और आवेदन प्रक्रिया को ध्यान से समझकर आवेदन करें।

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